शोध में खुलासा, जिन देशों में नहीं लगा बीसीजी का टीका, वहां ज्यादा है कोरोना का खतरा

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच अमेरिका में हुए शोध में चौंकाने वाली बात सामने आई है। टीबी जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नवजात शिशु को दिया जाने वाला बीसीजी का टीका कोरोना वायरस संक्रमण में सुरक्षा के तौर पर सामने आया है। शोध के नतीजे उन देशों के लिए सुखद हैं जहां सालों से बीसीजी (बैसिलस कैलमेट-गुएरिन) के टीके लगते आए हैं। वहीं जिन देशों के लोगों को कभी यह टीके नहीं लगे हैं उन्हें कोरोना से ज्यादा खतरा है। हालांकि अंतिम निष्कर्ष के लिए विस्तृत अध्ययन की बात कही गई है। यह टीका टीबी से बचाव के साथ-साथ सांस संबंधी संक्रमण से रक्षा करने में मदद करता है। यह बच्चे को जन्म के छह महीने बाद लगाया जाता है। यह शोध न्यूयॉर्क इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोमेडिकल साइंसेस की ओर से बीसीजी टीकाकरण वाली आबादी पर कोरोना संक्रमण के असर का विश्लेषण करने के लिए किया गया था।